सक्ती

फिर राजनीति की भेंट न चढ़ जाए जिला चिकित्सालय

शहर से कोसों दूर जिला चिकित्सालय खोले जाने की खबर

सक्ती – सक्ती जिले में 50 करोड़ की लागत से बनने वाले जिला अस्पताल के चयन स्थल को लेकर राजनीति गरमा गई है। स्थल चयन को लेकर भू माफियाओं और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से खेला किए जाने की खबर मिली है। बताया जाता है कि पूर्व में भी जेठा में जिला कार्यालय खोलकर नगरवासियों के साथ जो छल किया गया, उसकी टीस अब तक समाप्त नहीं हुई है और पुन: आग में घी डालने का काम करते हुए जिला चिकित्सालय को सक्ती नगर से कोसों दूर खोले जाने की गुपचुप तैयारी शुरू कर दी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सक्ती नगर के जिला अस्पताल के लिए चयन स्थल को भू-माफिया जनप्रतिनिधियों से सांठगांठ कर इसे राजनीति की भेंट चढ़ाने लामबंद हो गए हैं। बताया जाता है कि पूर्व में भी शहर से 10 किलोमीटर दूर जेठा में कलेक्टोरेट, एसपी कार्यालय, जिला एवं सत्र न्यायालय की नींव रखकर नगरवासियों के साथ अन्याय कर दिया गया और अब तक वे ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इसे दुर्भाग्य ही माना जाएगा कि जिला कार्यालय से संबंधित प्रत्येक कार्य के लिए उन्हें 10 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है।
विडंबना यह है कि जिले में कुछ इसी तरह का खेला दोबारा खेले जाने की कूटरचना प्रारंभ कर दी गई है। बताया जाता है कि भू माफियाओं ने जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर कुछ ऐसा चक्रव्यूह रच दिया है जिससे भविष्य में जिला अस्पताल नगरवासियों की पहुंच से काफी दूर चला जाएगा। जिस जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं आकर नगरवासियों से रूबरू होते हैं, वहां आज भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रही राजनीति किसी दुर्भाग्य से कम नहीं है।
ज्ञात रहे कि सक्ती जिले की 80 प्रतिशत आबादी चंद्रपुर, डभरा, मालखरौदा, हसौद आदि ग्रामों में निवास करती है। नगर से कोसों दूर जिला अस्पताल की स्थापना से नगरवासियों के साथ-साथ उक्त ग्रामवासियों को अर्थात् 80 प्रतिशत नागरिकों को इसके लाभ से वंचित होना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में जिला अस्पताल के चयन स्थल को लेकर निर्धारत मापदण्ड औचित्यहीन ही माना जाएगा।
गौरतलब रहे कि जिला अस्पताल के लिए ग्राम टेमर में स्थान का चयन किया गया था जिससे लोगो में हर्ष व्याप्त था, लेकिन कथित रूप से चयनित स्थल के सक्ती से कोसों दूर चले जाने से जिला चिकित्सालय का लाभ नगरवासियों को नहीं मिल सकेगा। नगरवासियों में इसे लेकर काफी रोष व्याप्त है। इसे लेकर जिलेवासियों ने जल्द ही धरना, प्रदर्शन और आंदोलन किए जाने की सख्त चेतावनी भी दे दी है।