सक्ती

भाजपा जिला कार्यालय सक्ती में आपातकाल काला दिवस के रूप में मनाया गया

मीसाबंदियों का सम्मान  किया गया

सक्ती – विगत सन 1975 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल के षड्यंत्र को जन जन तक पहुंचाने प्रदेश भाजपा के आवाहन पर प्रत्येक जिलों में आपातकाल स्मृति दिवस के रूप में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सक्ती जिला भाजपा अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा  ने बताया कि आज 25 जून को हम सभी  आपात काल काला दिवस के रूप में माना रहे है उस समय के कांग्रेस की इंदिरा गांधी की सरकार ने अपनी सरकार बचाने आपात काल लगाया पूरे भारत में लोगो को जेल में डाला गया कांग्रेस की इंदिरा गांधी की सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की सारी मर्यादा तोड़ी प्रेस को बंद करा दिया गया प्रेस की बिजली काट दी गई  जिससे लोगो तक समाचार  न जा पाए जिला भाजपा कार्यालय सक्ती में  मुख्य आगंतुक अतिथि वक्ता बेलतरा के पूर्व विधायक रजनीश सिंह  कार्यक्रम शामिल रहे उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा सत्ता बरकरार रखने के लिए असंवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल करने का इतिहास रहा है 1975 में इंदिरा गांधी ने हमारे लोकतंत्र की हत्या में मर्यादा की सारी हद पार कर दी थी 1971 के चुनाव में एक ओर जहां चुनावी हिंसा के माध्यम से मतदाताओं को डराया गया वहीं दूसरी ओर मीडिया का गला घोटकर जनता में  झूठ फैलाकर खौफ पैदा करने का षड्यंत्र किया गया, आज 49 वर्षों के बाद हम आपातकाल को इसलिए याद कर रहे हैं क्योंकि आज भी कांग्रेस की नीति में संविधान और उसके सिद्धांतों के प्रति सम्मान की कमी है, इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए देश के हित में कांग्रेस ना कभी पहले थी, ना आज है और ना कभी रहेगी। अतिथि वक्ता रजनीश सिंह ने कांग्रेस के इतिहास के 21 माह पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1971 के चुनाव में इंदिरा गांधी के भ्रष्ट प्रयासों के आधार पर चुनाव परिणाम को इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा रद्द कर दिया गया था, प्रति उत्तर में 25 जून 1975 की आधी रात में मंत्री परिषद को सूचित किए बिना राष्ट्रपति को आपातकाल की घोषणा पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया।
अटल बिहारी वाजपेई, राजनाथ सिंह, जय प्रकाश नारायण जैसे विपक्षी नेताओं को तुरंत जेल में डाल दिया गया, कुल मिलाकर 14 लाख लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें 22 लोगों की हिरासत में मौत हो गई। उन्होंने बताया कि गुलजारीलाल नंदा के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी, तब कांग्रेस के इतिहास में पहली बार संसदीय दल में मतदान हुआ और इंदिरा गांधी को चुना गया 67 में जब देश में चुनाव हुआ तो कांग्रेस को बहुमत कम मिला था साथ ही इंदिरा गांधी को वरिष्ठ नेताओं की चुनौतियां भी थी जब 71 में भारत-पाक युद्ध हुआ तो विपक्ष में जनसंघ की प्रमुख भूमिका में अटल बिहारी वाजपेई ने कहा कि पूरा विपक्ष संकट की इस घड़ी में सरकार के साथ खड़ा है, और सारे द्वेष मिटाकर,जनसंघ के नेता भारत के स्वाभिमान को बचाने में लग गए। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी ने गुजरात की चिंमन भाई सरकार को बर्खास्त किया बाद में छात्र संघ के आंदोलन के कारण बिहार की गफ्फार सरकार को बर्खास्त किया।
प्रेस मीडिया उत्पीड़न…
अतिथि वक्ता रजनीश सिंह ने कार्यकर्ताओं को बताया कि काले इतिहास की पहली सुबह समाचार पत्रों के प्रकाशन को रोकने के लिए दिल्ली के सभी हिस्सों में बिजली बंद कर दी गई, इस दौरान चुनावी मामलों में राय लिखने या समाचार प्रकाशित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया, कई पत्रकारों को सच्चाई लिखने पर मार दिया गया।
कांग्रेस ने सविधान से खिलवाड़ किया…
संपन्न लोकसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा झूठा प्रचार किया गया और डर का माहौल बनाया गया कि यह चुनाव आखिरी चुनाव होगा, मोदी जी आगे चुनाव नहीं होने देंगे, और यह भी दुष्प्रचार किया गया भाजपा संविधान बदल देगी, परंतु संविधान को बदलने का कार्य आपातकाल में कांग्रेस ने किया था। मिसा हिरासत मामले में प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों को लागू करने में अदालत को रोकने के लिए मिसा में संशोधन किया गया। संसदीय कार्यवाही प्रशासन का संरक्षण अधिनियम और प्रेस परिषद अधिनियम को निरस्त कर दिया गया, मीडिया को सरकार के खिलाफ लिखने से रोकने के लिए आपत्तिजनक सामग्री प्रकाशन रोकथाम अधिनियम बनाया गया।  40 व वह 41 वां संविधान संशोधन इस दौरान किया गया, जिसमें राज्य विधानसभा में कोरम की आवश्यकता को समाप्त  कर दिया गया एक अकेला सांसद भी अधिनियम पास कर सकता है प्रस्तावना में समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द जोड़े गए, न्यायपालिका की शक्तियों में कटौती की गई, राज्यों के अधिकारों को कमजोर किया गया।
अनिवार्य नसबंदी की गई…
उन्होंने ने बताया कि 1976 में संजय गांधी ने इस अभियान की शुरुआत की, मुख्यमंत्रियो को नसबंदी के लक्ष्य सौंपे गए, जबरन परिवार नियोजन का विरोध करने वालों को गिरफ्तार किया गया। लोगों को पकड़ पकड़ कर जबरन नसबंदी की गई।
आज की कांग्रेस भी इतिहास दोहराना चाहती है….
अतिथि वक्ता पूर्व  विधायक रजनीश सिंह ने पूर्व कांग्रेस सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि आज भी कांग्रेस सत्ता में आने के लिए असंवैधानिक और अनैतिक सिद्धांत अपनाने के लिए तैयार बैठी है। पहले तो  कल्पित आंदोलन किए गए, फिर चुनाव के पूर्व राहुल गांधी द्वारा विदेश जाकर भारत के संविधान पर कड़ा प्रहार किया गया, लोकतंत्र की हत्या की गई । चुनाव के तरीकों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया गया और आज चुनाव परिणाम के बाद भी देश के लोगो को बरगलाने के  लिए विपक्ष द्वारा विभिन्न हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, जिससे लोगों को सावधान करने आगाह किया l
मीसाबंदियों का सम्मान किया गया…
विचार गोष्ठी के पश्चात जिले में निवासरत  मीसा बंदीयों का एवं उनके परिजनों का जिला भाजपा द्वारा सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया शाल श्रीफल से सभी मीसा बंदी एवम परिजनों का सम्मान किया गया स्वर्गीय किशोरी लाल जी के पुत्र अनूप अग्रवाल बंशी लाल यादव जी के पोते गोपाल शर्मा शांति बाई चंद्रा आंगन बाई चंद्रा कोमल बाई चंद्रा यशोदा बाई चंद्रा महादेव चंद्रशंति बाई चंद्रा स्वाति बाई साहू लीला बाई चंद्रा धन बाई चंद्रा रमेश सिंघानिया राधेश्याम शर्मा गोवर्धन शर्मा नंद लाल साहू रामभरोस चंद्रा कमलेश शर्मा सहित मीसा बंदियों को तथा जो स्वर्गीय मीसा बंदी है उनके  परिजनों   का साल एवम श्रीफल से  सम्मान किया गया
      कार्यक्रम का सफल संचालन जिला महामंत्री घनश्याम साहू ने किया कार्यक्रम प्रभारी भुवन भास्कर यादव दीपक गुप्ता  रहे इस अवसर पर सक्ती जिले के भाजपा पदाधिकारी जिला मीडिया जिला सोसल मीडिया जिला आई टी सेल के प्रभारी सहप्रभारी भाजपा नगर एवम ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष महामंत्री  पदाधिकारी एवम कार्यकर्ता महिला मोर्चा के जिला एवम मंडल स्तर के अध्यक्ष महामंत्री पदाधिकारी युवा मोर्चा के जिला मंडल के पदाधिकारी किसान मोर्चा के पदाधिकारी सहित सैकड़ो पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मीसाबंदियों ने आपबीती सुनाई..
गिरफ्तारी के बाद स्टेशन तक लोगो को हथकड़ी लगाकर पैदल ले जाया गया बिलासपुर स्टेशन से जेल तक पैदल ले जाने का विरोध करने पर सरकारी गाड़ी में ले जाया गया जेल के खाने में कीड़ा युक्त खाना दिया जाता था एवम प्रताड़ित किया जाता था उस दौरान किसी को बात चीत करने की आजादी नहीं थी यह तक बाप को बेटे से भाई को भाई से बात करने नही दिया जाता था।