सक्ती

ब्रम्हाकुमारिज द्वारा विद्या भूमि में सात दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का समापन

ब्रम्हाकुमारिज के सामाजिक प्रयासों में समाज की सहभागिता ही हमारा संबल… तुलसी बहन, केंद्र संचालिका

सक्ती – समाज के लिए नशा एक अभिशाप है, यह बात नन्हे मुन्ने भैया बहनों ब्रम्हाकुमारिज द्वारा आयोजित बाल व्यक्तित्व विकास शिविर के समापन अवसर पर नृत्य नाटिका के माध्यम से बताते हुए लोगों को संदेश देने का प्रयास किया कि नशा पान से आज घर घर विनाश की कगार पर है जिस पर नियंत्रण के लिए हम सबको  राजयोग मेडिटेशन को अपनाना होगा।
समापन समारोह का शुभांरभ प्रशिक्षार्थी बच्चों के प्रतिभा प्रदर्शन के रुप में भाषण, गीत और नृत्यों की शानदार प्रस्तुति के साथ हुआ, पश्चात ब्रम्हाकुमारिज ने मंचासीन अभ्यागतों का तिलक चंदन से स्वागत किया ।
अतिथि संबोधन एवम् आशीर्वचन के क्रम में विद्या भूमि के संचालक शरद केडिया  ने आयोजन की तारीफ करते हुए ब्रम्हाकुमारिज के प्रति साधुवाद व्यक्त किया तो वहीं उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने कहा कि ब्रम्हाकुमारिज बहनों ने सात दिनों तक अनवरत प्रयास कर बच्चों के व्यक्तित्व को निखारने का प्रयास किया है जो बच्चों के द्वारा मंच पर भव्य प्रस्तुति रुप में दिखाई दिया जो प्रशंसनीय होने के साथ ही समाज के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने आगे कहा कि ब्रम्हाकुमारिज का हर कदम समाज में शांति,खुशी और समृद्धि का पैगाम होता है
तथा समाज उत्थान के लिए पहल करते हैं व ब्रम्हाकुमारिज का यह प्रयास एक सामाजिक आंदोलन है जिसमें समाज की महती भूमिका है।
इन पलों में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा ने नृत्य नाटिका_सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव; को हृदय स्पर्शी बताते हुए आयोजन को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने ब्रम्हाकुमारिज के प्रयास के विस्तार पर बल दिया ताकि समाज में इसका व्यापक और सकारात्मक प्रभाव पड़े। अभिभावक डा विजय लहरे ने आयोजन को अच्छा बताते हुए कह कि हमारे बच्चों ने सात दिन में बहुत कुछ सीखा है जिसके लिए ब्रम्हाजुमारी परिवार का कदम स्वागतेय है तो वहीं मीडिया के योम लहरे ने बच्चों के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि यह सब प्रस्तुति ब्रह्माकुमारी बहनों के सतत प्रयास का ही परिणाम है।
मारवाड़ी महिला सम्मेलन की पूर्व अध्यक्ष सत्यभाना केडिया, अध्यक्ष कविता अग्रवाल, सचिव रेखा अग्रवाल ने भी आयोजन की प्रशंसा करते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य हेतु कामना किया तो वहीं कार्यक्रम का सफल संचालन ब्रह्माकुमारी मधु बहन ने किया।
केंद्र संचालिका तुलसी बहन ने अपने स्वागत उद्बोधन में संस्था का परिचय और कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि ब्रम्हाकुमारिज के सामाजिक प्रयासों में समाज की सहभागिता ही हमारा संबल है इसलिए आप सभी इसी तरह संस्था के सामाजिक सरोकार के कार्यों में योगदान देकर उत्साहवर्धन करते रहें।
अंत में मंचस्थ अतिथियों के कर कमलों से शिविर की प्रशिक्षिका शांति सिंह और आरती चौहान के सान्निध्य में भागवताचार्य कौशलेंद्र दुबे एवम्  मंचासीन अभ्यागतों के कर कमलों से प्रशिक्षार्थी बच्चों को प्रमाण पत्र एवम् पुरुस्कार प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
आयोजन को सफल बनाने शकुंतला,कांति, सरस्वती, आरती चौहान, पुष्पा आदि ब्रम्हकुमारिज बहनों के साथ ही छेदी, राजा आदि भाइयों की सक्रिय सहभागिता रही तो वहीं आज बच्चों के साथ अभिभावकों की भी गरिमामय उपस्थिति रही।
गौर तलब है कि ब्रम्हाकुमारिज सेंटर सक्ती द्वारा सात दिवसीय निःशुल्क बाल व्यक्तित्व विकास शिविर २५ मई से ३१ मई तक आयोजित किया गया था जिसमें प्रतिदिन करीब ५०_६० बच्चों ने ड्राइंग, पेंटिग, भाषण, नृत्य गीत आदि विधाओं में प्रशिक्षण लिया तो वहीं नैतिक, अध्यात्मिक एवम् राजयोग मेडिटेशन का भी अभ्यास किया।