सक्ती

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर ‘आदिवासी हित’ में राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग

सक्ती ‌। कभी छत्तीसगढ़ की एक महत्वपूर्ण सक्ती स्टेट के राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कई विषयों को लेकर पत्र लिखा है। सक्ती राजा सुरेंद्र बहादुर ने पत्र में उल्लेख किया है कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है हम सभी आदिवासी भाई-बहन एवं आदिवासी समाज आज के दिन को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मेरा आपसे करबद्ध निवेदन है कि आज के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के लगभग 33 प्रतिशत आदिवासी परिवारों के लिए आप यह घोषणा करने की कृपा करें कि आज से आदिवासी अपनी संपत्ति खरीदने बेचने के लिए मुक्त हो।


ज्ञात हो कि प्रदेश में कुछ जिलों में चौथी अनुसूची लागू है जिसके कारण आदिवासी बाहुल्य जिलों में आदिवासियों के हित में सख्त कानून लागू है वहीं यह भी कि आदिवासी की जमीन को कोई गैर आदिवासी नहीं खरीद सकता।
अविभाजित मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार में कई पदों पर मंत्री रहे राजा बहादुर सिंह ने मंत्री भूपेश बघेल को पत्र के माध्यम से मांग की है कि उक्त घोषणा कर के आदिवासी समाज के लिए उपहार प्रदान करें। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत पीड़ा को भी इजहार करते हुए लिखा है कि वह स्वयं अपनी जमीन नहीं विक्रय कर पा रहे हैं क्योंकि कानून आड़े आ रहा है उनके अनुसार यह कानून आदिवासियों के हित की जगह अब अहित कर रहा है। उन्होंने पत्र में कहा है कि 7 वर्ष पूर्व तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से भी व्यक्तिगत आग्रह किया था जिस पर उन्होंने कलेक्टर को आदेशित किया था मगर इसके बावजूद वे आज तक अपनी जमीन नहीं विक्रय कर सके हैं, अतः कानून में परिवर्तन किया जाए। देखिए आगे कांग्रेस के एक समय के इस बड़े राजनीतिक शख्सियत जिन्हें की अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी कुछ तवज्जो देने लगे हैं के इस पत्र का क्या असर होता है।