
अप्रैल माह के ग्रह गोचर = सूर्य 13 अप्रैल तक मीन राशि में रहेंगे, 13 अप्रैल की रात्रि 11 बजे से मेष राशि में प्रवेश करेंगे, और खरमास की समाप्ति हो जायेगी ,मंगल 23 अप्रैल को मीन राशि में ,बुध मेष राशि में और राहु के साथ युति बना रहे हैं, गुरु मेष राशि में सूर्य के साथ युति बन रही है, शुक्र 25 अप्रैल तक मीन राशि में 25 से मेष राशि में प्रवेश करेंगे तब गुरु शुक्र की युति बनेगी , अप्रैल माह के ग्रह गोचर से आपकी राशि पर क्या प्रभाव रहेगा ,जानते है अप्रैल माह के राशिफल से
भाग्य चक्र ।
मेष राशि ( चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ) शुक्र अपने उच्च स्थान में मीन राशि में भ्रमण कर रहा है तथा शनि वक्री होकर वृश्चिक राशि में भ्रमण कर रहा है ,राहु और केतु क्रमशः सिंह और कुंभ राशि में हैं इसलिए यह माह आपके लिए बहुत अच्छा है ,कार्य क्षेत्र में उन्नति होगी, शारीरिक क्षमता बढ़ेगी जिससे हर कार्य में सफलता मिलेगी, आमदनी बढ़ेगी परंतु दांपत्य जीवन में कटुता आ सकती है , विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता और बेरोजगारों को नौकरी के योग बनेंगे , व्यापारियों को व्यापार में सफलता के साथ कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है ,पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे ,मित्रो पर ज्यादा भरोसा न करें , मन में अशांति बनी रहेगी ,स्वार्थी लोगो से घिरे रहेंगे उनसे दूर रहने की कोशिश करें ।
उपाय = सूर्य को अर्घ्य रोली और लाल फूल डाल कर दे और विष्णु सहस्त्र नाम पढ़े या श्रवण करें तो शुभता में वृद्धि होगी ।
वृष राशि (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)= महीने का प्रारंभ आपके लिए शुभ रहेगा आपके राशि से द्वादश भाव सूर्य रहेंगे ,14 अप्रैल से आपकी राशि में गोचर करेंगे , जिससे आपको मिला जुला फल प्राप्त होगा, इस आपकी सोच सकारात्मक रहेगी, और अधूरे कार्य पूर्ण होंगे, नौकरीपेशा लोगों के प्रमोशन प्रयास करें तो मिल सकता है व्यापारी है तो व्यापार में नए प्रयोग करने में सफल होंगे, बुरे मित्रो की संगत का त्याग करें और समय का सदुपयोग करें, अचानक धन हानि हो सकती है अतः व्यर्थ के खर्चों पर अंकुश लगाए, बुजुर्गो के स्वास्थ्य पर ध्यान दें, सदैव सकारात्मक सोच से कार्य करें तो सफल होंगे ,किसी रिश्तेदार की समस्या आपको व्यथित करेगी,पड़ोसियों का सहयोग प्राप्त होगा, व्यापार के लिए समय अनुकूल है ।
उपाय = शिव आराधना करें और शिव शतनाम पाठ करें या श्रवण करें ।
मिथुन राशि ( का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)= अप्रैल महीने मे मंगल वक्री होकर वृश्चिक राशि में भ्रमण करेगा, बुध मेष राशि में गोचर करेगा ,गुरु सिंह राशि में वक्री होकर गोचर करेगा ,ऐसे में यह माह आपके लिए शुभ नहीं रहेगा ,नए संबंध आपके लिए भार महसूस होगा ,स्त्रियों से दूरी बनाए रखे अन्यथा सामाजिक प्रतिष्ठा दांव पर लग जायेगी, यात्रा से बचे,खर्चे बढ़ जाती है तो कर्ज बढ़ेगा, शिक्षा के क्षेत्र में सफलता के योग बनेंगे, गुप्त शत्रुओ से सतर्क रहें,इस माह कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं , महीने का उत्तरार्द्ध आपके लिए शुभ रहेगा ।
उपाय = सफाई कर्मी को मसूर की दाल दे और गणेश जी की आराधना करने से आपकी समस्याओं में राहत मिलेगी ।
कर्क राशि (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)= यह महीना आपके लिए सामान्य रहेगा ,मानसिक अस्थिरता रहेगी ,हर काम में लापरवाही होगी,निर्णय लेने में जल्दबाजी न करे अन्यथा आर्थिक और सामाजिक हानि हो सकती है, मित्रों से संबंध बनाए रखे मुसीबत में काम आयेंगे, आशा के अनुरूप आमदनी नहीं होगी, 15 अप्रैल के बाद व्यापार में लाभ होगा ,उच्चशिक्षा की बाहर जाने के लिए उत्तम समय है ,नए वस्त्र आभूषण खरीद सकते हैं , परिजनों से संबंध मधुर रहेगा , नाक कान, गले से संबंधित रोग परेशान कर सकते हैं,व्यर्थ वादविवाद से बचे, दिनचर्या अव्यवस्थित रहेगी , तनाव से बचने हेतु ध्यान और योग अवश्य करें ।
उपाय = रोज 3 बार हनुमान चालीसा पाठ करें और शिव जी को दूध चढा कर पूजा करें ।
सिंह राशि (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)= अप्रैल माह में 14 से सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेगा, 19 अप्रैल से मंगल वृश्चिक राशि में भ्रमण करेगा,4 अप्रैल को बुध मेष राशि में प्रवेश करेगा, इनके प्रभाव से आप अपने जीवन साथी के बीमारियों से परेशान रहेंगे, उधार दिए धन की वापसी न होने से मन चिंतित रहेगा, व्यवसायिक हानि हो सकती है, अतः सोच समझ कर कार्य करें, इस माह आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा ,पारिवारिक जीवन सुखद और शांति पूर्ण रहेगा,परिवार में अनुशासन रखने का प्रयास करेंगे,माह के अंत में विशेष उन्नति होगी, माह के प्रारंभ में अनैतिक गतिविधियों के तरफ आकर्षित हो सकते है , दूसरो के मदद के चक्कर में अपना नुकसान कर सकते हैं, और कार्य का दबाव भी रहेगा, आपके कार्यशैली के कारण पुराने रोग उभर सकते हैं,व्यर्थ खर्चों से बचे, नीद और आराम पर्याप्त मात्रा में लें, अपनो से विश्वासघात की संभावना है ।
उपाय = सूर्य को रोली लाल फूल डालकर अर्घ्य दें और आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ करें या श्रवण करें तो शुभता में वृद्धि होगी ।
कन्या राशि (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)= इस माह कन्या जातकों के लिए मिश्रित फल दायक रहेगा ,ग्रह गोचर से किसी अजनबी व्यक्ति से आपका कार्य पूर्ण हो सकता है ,गुप्त शत्रु सक्रिय हो सकते हैं, स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे अन्यथा सिर दर्द और पाचन संबंधी रोग हो सकते हैं, क्योंकि सूर्य और वृहस्पति आपके राशि से अस्टमस्थ होंगे, द्वितीय भाव में राहु केतु के प्रभाव से खर्चों में वृद्धि और धन संचय में कमी आयेगी ,नेत्र पीड़ा और परिवार में कलह की स्थिति आ सकती है, कर्मक्षेत्र में बदलाव हो सकता है ,परिश्रम से असंभव को संभव कर सकते है , बुजुर्गो का मार्गदर्शन मिलेगा ,बुध के वक्री होने से शरीर में ऊर्जा की कमी रहेगी, जीवन साथी नाराज हो सकता है ,विवाह संबंधी मामलों में सावधानी से आगे बढ़े ,अनावश्यक खर्चों से बचे ।
उपाय = गौ माता को हरा चारा दे और विष्णु सहस्त्र नाम पढ़े या श्रवण करें ।
तुला राशि (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते) = इस माह ग्रह गोचर से आपके लिए सामान्य रहेगा , हर कार्य में कुछ न कुछ बाधा आएगी , जीवन साथी से अपेक्षित सहयोग न मिलने से परेशान रहेंगे , विद्यार्थियों में भटकाव हो सकता है ,अधिक खर्च से परेशान रहेंगे , लग्न में रही और सप्तम में केतु पेशेवर जीवन में बढ़ाए उत्पन्न करेंगे,माह के अंत में सप्तम भाव में गुरु गोचर लाभदायक रहेगा, व्यापार की दृष्टि से यह माह आपके लिए बहुत अच्छा है, स्वास्थ्य ठीक रहेगा, परंतु राहु के कारण टेंशन और सिर दर्द हो सकता है , विद्यार्थियों के अच्छा समय है ,आपके राशि से चतुर्थ भाव में उच्च राशि का मंगल और स्वगृही शनि आपके हर अधूरे कार्य को पूर्ण करेगा ,बहुप्रतीक्षित कार्य और योजना को पूर्ण कर सकते हैं,धनागम बना रहेगा,माता पिता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी,अत्यधिक व्यस्तता से थकान रहेगी, लोभ से बचे मन चलायमान रहेगा ,निर्णय लेने में दिक्कत होगी जोड़ो और घुटनों में दर्द हो सकता है ।
उपाय = ब्राह्मण को भोजन कराएं और शुक्रवार को राधा कृष्ण को खीर का भोग लगाएं ।
वृश्चिक राशि (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) = इस माह मंगल वक्री होकर आपकी राशि में गोचर करेंगे , 4 अप्रैल को बुध मेष राशि में भ्रमण करेगा,गुरु वक्री होकर सिंह राशि में गोचर करेगा,इसके प्रभाव से शत्रु आप से जलेंगे और कार्य में बढ़ा उत्पन्न करेंगे,आर्थिक स्थिति मजबूत होंगे और व्यवसाय में परिवर्तन के योग बनेंगे, बारहवे भाव में केतु अनावश्यक खर्चों में वृद्धि कराएगा, व्यापार में सफलता मध्यम लेकिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा,आठवें भाव में मंगल घर में अनावश्यक झगड़े और समस्याएं पैदा करेगी ,सकारात्मक सोच और पूरे मनोयोग से कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी, वाद विवाद से बचे, क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखें, बच्चों के व्यवहार पर नजर रखें, आपके व्यवहार में लोग अहंकार और चिड़चिड़ापन महसूस करेंगे आपकी राशि में शनि की ढैया चल रही है अतः बुजुर्गो का सम्मान और गरीबों की मदद करें, मंगल उच्चस्थ होकर तृतीय पराक्रम भाव में होने से शत्रु पराजित होंगे और यश बढ़ेगा ,व्यापारी वर्ग अपने सहकर्मियों का सम्मान करे अन्यथा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा ।
उपाय = गुरुवार को चना दाल, गुड़ ,और केला का दान करें और दुर्गा चालीसा का पाठ करें ।
धनु राशि (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे) = यह महीना आपके लिए सामान्य रहेगा, दांपत्य जीवन में सुख शांति रहेगी,सूर्य के उच्च राशि में गोचर से आपके लिए शुभ रहेगा मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी माता पिता आप पर गर्व करेंगे,वक्री बुध आपको अचानक धन लाभ कराएगा, व्यापार में अटके कार्य पूरे होंगे, वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं,मित्रो पर आंख मूंद कर विश्वास न करें, अपनी कमजोरियों और बुराइयों को किसी से न कहें अन्यथा मजाक के पात्र बन जायेंगे, स्त्री वर्ग को स्त्री रोग से परेशानी हो सकती है ज्यादा मेहनत ना करें आराम से आपको लाभ मिलेगा, यात्रा को टाले ,अतिआत्मविस्वास से बचे, आमदनी बढ़ेगी और संचय भी हो सकता है ,व्यवसाय में लाभ होगा व्यापार बढ़ेगा यश बढ़ेगा ,पंचम भाव में राहु छात्रों को पढ़ाई में बाधक होगा ,पिता पुत्र में मतभेद कराएगा ,इस महीने आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहेगा ।
उपाय = कुत्ते को रोटी दे और राम रक्षा स्तोत्र पाठ करें तो शुभता में वृद्धि होगी ।
मकर राशि (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी) = इस माह आप घर के नवीनीकरण की योजना बना सकते है ,रोजगार की समस्या दूर होगी कार्य में बड़ा लाभ मिलेगा,भोग विलास की वस्तुओं में धन खर्च होगा,कुटुंब में सामंजस्य रहेगा, अविवाहितो के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकता है ,गुप्त शत्रुओं को लेकर मन में भय रहेगा,कुछ कार्य में वे विघ्न भी डाल सकते है ,उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं को नजरंदाज न करें ,धर्म कर्म में अड़चने आ सकती हैं, व्यापारियों के लिए यह माह चुनौती पूर्ण रहेगा, माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, शनि दूसरे भाव में साढ़ेसाती के अंतिम ढाई वर्ष का प्रतिधित्व कर रहा है , संपत्ति खरीदने की योजना सफल होगी ,चतुर्थ भाव में शुक्र कैरियर के उच्च स्थान में पहुंचा सकता है , यह उनके लिए लाभदायक है जो व्यवसायी हैं,क्रोध पर नियंत्रण रखें अन्यथा बना बनाया कार्य बिगड़ सकता है , सकारात्मक सोच रखें तो कार्य में सफलता प्राप्त होगी ।
उपाय = शनि आराधना करें और संकट नासन गणेश स्तोत्र का पाठ करें ।
कुंभ राशि (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) = इस माह आपके व्यापार में वृद्धि होगी, छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी, दबी हुई इच्छाओं को पूर्ण करने का अवसर मिलेगा ,लोक कल्याण के कार्य से जुड़ाव बढ़ेगा , सूर्य के राशि परिवर्तन से सरकारी मामलों का समाधान होगा,महीने का पूर्वार्ध तनाव पूर्ण हो सकता है, धन के लेन देन में सावधानी बरतें,कानूनी मामलों में अपनी टांग ना अड़ाए,अशुद्ध खानपान से बचे, सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी , रिश्तेदारों के परेशानियों से मन व्यथित रहेगा, दूसरा और चौथा सप्ताह नकारात्मक रहेगा, हर किसी पर भरोसा न करें, यात्रा के योग बन रहे हैं , आलस्य से बचे अन्यथा कार्य अधूरे रह जायेंगे, नौकरी का प्रयास सही दिशा में आगे बढेगा,आपके शनि पीठ दर्द, तनाव ला सकता है पाचन संबंधी समस्या आ सकती है छात्रों को वांछित परिणाम नहीं मिलेगा ।
उपाय = लाल मसूर की दाल दान करें और राशि स्वामी शनि देव की आराधना करें ।
मीन राशि (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची) = इस माह जीवन साथी की सलाह कैरियर में लाभ देगा , कार्य स्थल में सम्मान मिलेगा,संतान के प्रति प्रेम बढ़ेगा ,अपने कार्यों के प्रति समर्पित रहें तो सार्थक फल प्राप्त होगा,13 अप्रैल के बाद कोर्ट कचहरी के मामलो मे सफलता मिलेगी, अनचाही लंबी यात्रा करनी पड़ सकती है ,कामुक विचारों के कारण अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं, गलत संगत से आपकी छवि खराब हो सकती है ,गुप्त शत्रु आर्थिक हानि पहुंचाने का प्रयास करेंगे किंतु सफल नहीं होंगे,किसी विशेषज्ञ की सहायता मिलेगी, व्यापारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा,आपकी राशि में शनि की साढ़े साती चल रही है,घर के खर्चे बढ़ेंगे,कैरियर में उतार चढाव हो सकते हैं,विद्यार्थियों को अथक परिश्रम और संघर्ष करना पड़ेगा, शनि राहु केतु के कारण पारिवारिक झगड़े हो सकते हैं इस महीने जोड़ो का दर्द, खासी,और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ सकती है,चिंताऔर मानसिक तनाव से बचने का प्रयास करें,स्थान परिवर्तन और नौकरी में परिवर्तन का योग बन रहा है सहकर्मियों से अच्छा बरताव करें ।
उपाय = राम रक्षा स्तोत्र पाठ करें और विष्णु भगवान की आराधना करें तो शुभता में वृद्धि होगी ।
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