सेवा सहकारी समिति पतेरापालीकला के संस्था प्रबंधक का कारनामा, बिना लाईसेंस बेच रहे कीटनाशक

सक्ती – सेवा सहकारी समिति के बिना लाइसेंस निजी कंपनियों के कीटनाशक दवाइयां बेचने का मामला सामने आया है। सेवा सहकारी समिति पतेरापालीकला में धड़ल्ले से किसानों को कीटनाशक बेची जा रही है। बकायदा निजी कंपनियों की दवाओं का बैनर अपने कर्यालय ने लगा रहे हैं।
सेवा सहकारी समिति पतेरापाली के कार्यालय में किसानों को बांटी जा रही खाद के संबंध में जानकारी लेने पहुंचने पर पता चला कि निजी कंपनियों की कीटनाशक दवाएं भी बेची जा रही है। जब संस्था प्रबंधक महेत्तर साहू से लाईसेंस के सम्बंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने पहले तो गुमराह किया कि उनका लाईसेंस बन गया है लेकिन फिर बताया कि लाईसेंस अभी नहीं बना है इसके लिए आवेदन दे दिया गया है। जब इस संबंध में कृषि विभाग के जितेंद्र साहू से जनकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि निजी कंपनियों की दवाओं को बेचने का लाईसेंस सक्ती में केवल जर्वे और बरपाली कला का को दिया गया है। यदि इसके अलावा अन्य सहकारी समितियों में विक्रय हो रहा है तो वह अवैध है। ऐसी विक्रेताओं पर कार्यवाही की जाएगी।
किसानों से ऐंठ रहे मोटी रकम –
सेवा सहकारी समिति के संस्था प्रबंधक निजी कंपनियों से सांठगांठ कर किसानों से मोटी रकम ऐंठ रहे हैं। पतेरापाली कला का मामला सामने आने के बाद अन्य समितियों पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि कंपनियां इन्हें पचास से साठ प्रतिशत तक मुनाफा देती हैं। पतेरा पाली कला के संस्था प्रबंधक महेत्तर साहू लगातार लोगों को गुमराह कर रहे हैं और लाइसेंस होने का दावा कर रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने केवल लाईसेंस के लिए आवदेन दिया है ना कि लाईसेंस प्राप्त कर लिया है।
केवल जर्वे और बरपाली कला का बना है लाईसेंस –
वरिष्ठ कृषि विस्तार आधिकारी जितेंद्र साहू से मिली जानकारी के अनुसार लाईसेंस केवल उक्त दोनो सहकारी समितियों को दिया गया है। अन्य कोई भी समिति निजी कंपनियों के कीटनाशक बेचने के लिए अधिकृत नहीं है। ऐसा करने वाले लोगों पर कार्यवाही की जाएगी।
सेवा सहकारी समिति पतेरापाली कला में बिना लाईसेंस के कीटनाशक बेचने की जानकारी मिली है इस संबंध में अधिक जानकारी लेकर कार्यवाही की जाएगी।
सतीश राठौर
शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी बैंक, सक्ती